इक्विटी फंड का खुलासा निवेशकों के लिए

क्या आप जानते हैं के इक्विटी फंड क्या होता हैं और इसमें अपना पैसा निवेश करने से आप को कितना लाभ हो सकता? अगर आप नहीं जानते हैं तो यह पोस्ट आप के लिए हैं |

अगर आप अपना पैसा म्यूच्यूअल फंड में निवेश करना चाहते है, तो यह ज़रूरी हैं की आप म्यूच्यूअल फंड की मौजूद पॉलिसियों को अच्छी तरह से समझ लें| दोस्तों जैसा की मैंने आप को बताया हैं आज हम इक्विटी म्यूच्यूअल फंड से जुडी सारी बातें आपको बताएंगे ताकि आप अपना पैसा सही म्यूच्यूअल फंड में निवेश करे |

क्या है इक्विटी म्यूच्यूअल फंड?

सरल भाषा में बोले तो यह वह म्यूच्यूअल फंड है जहाँ निवेशकों का पैसा कंपनियों के शेयर में लगाते हैं | यानी अगर आप ये पॉलिसी में निवेश करते हैं तो आप का पैसा आपके फण्ड मैनेजर के द्वारा नियंत्रित रूप में शेयर बाजार में निवेश किया जाएगा|

यानी के अगर आप यह निश्चित कर ले की आप अपना पैसा इस म्यूच्यूअल फंड में निवेश करेंगे तो आपका फंड मैनेजर आप जैसे और निवेशकों का पैसा कंपनियों के शेयर में लगाते है| इनकी एक रिसर्च टीम होती हैं जो शेयर बाजार और कंपनियों की आर्थिक स्तिथि पर रिसर्च करने के बाद फंड मैनेजर को सलाह देते हैं की किन-किन कंपनियों के शेयर्स में निवेश करना अच्छा होगा|

यहाँ यह समझना ज़रूरी है की इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स उच्च जोखिम के साथ आपको उच्च लाभ भी देता हैं| यह फंड में वे लोग निवेश करते हैं जिन्हे कम समय में ज्यादा लाभ प्राप्त करना होता है और जोखिम उठाने की क्षमता रखते है|

इक्वीटी फंड्स के प्रकार

इस्क्विटी म्यूच्यूअल फंड्स कई प्रकार के होते हैं| अगर हम इन्हे हम भौगोलिक रूप से

देखे तो यह चार प्रकार के होते है| आइ ये हम आप को इन के बारे में विस्तार से बताते हैं|

  • इंटरनेशनल इक्विटी फंड: नाम से ही  आप अनुमान लगा सकते हैं की इस म्यूच्यूअल फंड स्कीम  के तहत  आप अपना पैसा  किसी अन्तराष्ट्रिक कंपनी में लगा सकती हैं| सरल भाषा में कहे तो यह वह म्यूच्यूअल फंड है जो निवेशक के पैसे विदेशी शेयर बाजार में लगाते हैं |
  • ग्लोबाल इक्विटी फंड – यह  म्यूच्यूअल फंड आपके निवेश किये गए पैसे घरेलू और विदेशी कंपनियों में लगाते हैं | यहाँ  निवेश किये पैसो का ८० % पैसा विदेशी कंपनियों के शेयर में लगाया जाता है और २० % घरेलू कंपनियों के शेयर में लगता  हैं |
  • वर्ल्डवाइड इक्विटी फंड – आपको कम समय में बेहतर रिटर्न चाहिए तो आप अपने फंड मैनेजर को इस म्यूच्यूअल फंड के द्वारा अधिकार दे देते है की वह आपका पैसा दुनिया के किसी भी शेयर बाजार में निवेश कर आप को अधिकतर लाभ दे |
  • घरेलू इक्विटी फंड: इस इक्विटी फंड में  निवेशकों की रकम सिर्फ  घरेलू शेयर बाजार में मौजूद कंपनियों के शेयर में लगाया जाता हैं|  फ़िलहाल इंडिया में मौजूद जितनी इक्विटी फंड है वे इसी काटेगरी के है |

मार्किट कैप के आधार से हम इक्विटी म्यूच्यूअल फंड का वर्गीकरण कर सकते है| आईये इनको समझ ले|

  • लार्ज कैप इक्विटी फंड: यहाँ निवेशकों का पैसा घरेलू शेयर बाजार में लिस्टेड लार्ज कैप कंपनियों के शेयर में लगाया जाता है | इन कंपनियों के शेयर वेल्यू  में बहुत बदलाव नहीं होता है| सरल भाषा में बोले तो यह कंपनियों के शेयर्स को शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से ज़्यादा फरक नहीं पढता है| जो लोग इक्विटी फंड में निवेश करना भी चाहते है और जोखिम नहीं लेना चाहते है, उनके लिए लार्ज कैप इक्विटी फंड में निवेश करना सही रहेगा |
  •  मिड कैप इक्विटी फंड:यहाँ आपका फंड मैनेजर आपका पैसा  शेयर बाजार में लिस्टेड उन कंपनियों में करता है जिनका वास्तव में लार्ज कैप कंपनी बनने की संभावना होती हैं | यहाँ पैसा उन कंपनियों में निवेश होता है जिनका बैलेन्स -शीट सही होता है और मुनाफेदार होता है | इसमें जोखिम लार्ज कैप इक्विटी फंड से ज़्यादा होता हैं | .
  • मल्टी कैप इक्विटी फंड: अगर आप मल्टी कैप म्यूच्यूअल फंड  में निवेश करते हैं तो आपका पैसा लार्ज कैप में ज़्यादा और थोड़ा  मिड कैप कंपनियों के शेयर में निवेश किया जाता हैं |
  • स्मॉल कैप इक्विटी फंड: यह बोहत जोखिम वाला होता है | यहाँ वही निवेश करे, जिन्हे अधिक जोखिम उठाने की क्षमता हो | यह उन निवेशकों के लिए है जो १०  साल से ज़्यादा अवधि के लिए अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं|

इक्विटी फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा फ़ायदा यह हैं की यहाँ आपको लाभ बोहत ज़्यादा मिलता हैं| लेकिन अक्लमंदी इस में है की आप अपना पैसा अपने फंड मैनेजर की सलाह केअनुसार इक्विटी फंड में लगाए|

डिस्क्लेमर : म्युचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, सभी योजना संबंधी दस्तावेजों को सावधानी पूर्वक पढ़ें.